रायपुर में एक NGO ने रायपुर SSP को शिकायत सौंपी है. जिसमें उन्होंने एक कॉलोनी के व्हाट्सएप चैट का जिक्र किया है. इस व्हाट्सएप चैट में कॉलोनी के कुछ लोग सड़क के आवारा कुत्तों को मार कर जन्नत पहुंचा देने की बात कह रहे है. NGO ने पुलिस से गुहार लगाई है कि ऐसे लोगों को समझाइश देकर कार्रवाई की जाए.
NGO की शिकायत के मुताबिक, ये पूरा मामला अवंती विहार के एक सोसाइटी का है. सोसायटी के व्हाट्सएप ग्रुप में वहां के कुछ स्थानीय लोगों ने पहले आपस में बात कर कुत्तों के भौंकने और दौड़कर काटने की बातें की. फिर उनमें से एक मेंबर ने कहा की निगम वाले कुछ नही कर पाएंगे. इन कुत्तों का समाधान चार पहिया गाड़ी ही कर पायेगी.
चैट में एक अन्य मेंबर ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि उसे कुत्तों ने सुबह-सुबह अस्पताल जाते वक्त जोरदार भौंका, फिर उसे दौड़ाया. इसके बाद एक अन्य मेंबर ने कहा की अगले 24 से 48 घंटे में उन कुत्तों को जन्नत पहुंचा दिया जाएगा जो सड़क छाप है. एक मेंबर किनीस बात का कुछ अन्य लोगों ने सपोर्ट भी किया.
इस व्हाट्सएप चैट में इलाके के पार्षद प्रमोद मिश्रा ने लोगों को निगम का हेल्पलाइन नंबर भेज कर उसमें शिकायत करने की बात की. साथ ही उन्होंने निगम के एक कर्मचारी का भी नंबर शेयर कर उनसे भी शिकायत करने को कहा है.
इस मामले में पीपल फॉर एनिमल नाम के NGO ने रायपुर SSP संतोष सिंह से शिकायत की है. जिसमें उन्होंने कॉलोनी के कुछ मेंबरों पर डॉग्स को जान से मारने और उन पर हमला करने की साजिश रचने की बात कही है. NGO ने पुलिस से ऐसे लोगों को समझाइश देकर कार्रवाई करने की बात की है.
NGO मेंबर कस्तूरी का कहना है कि उन्होंने 3 दिन पहले इलाकें से एक कुत्ते को भी रेस्क्यू किया है. जो बुरी तरह घायल था. उन्होंने संभावना जताई है कि जानवर को जिस तरह की चोट है, उसकी हड्डी गल गई है. इससे यह लग रहा है कि उस पर एसिड से अटैक किया गया है. अब उसकी मौत हो चुकी है.