दुर्ग के सूरज साहू हत्याकांड मामले में मुआवजे की मांग को लेकर परिजन और आप नेता चार दिन से भूख हड़ताल पर हैं. रविवार को नारेबाजी कर कांग्रेस विधायक अरुण वोरा के आवास का घेराव किया. इस दौरान सूरज की पत्नी ज्योति साहू बेहोश होकर गिर गई. बावजूद इसके विधायक पीड़ित परिवार से मिलने बाहर नहीं आए.
ज्योति को बेहोशी की हालत में जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया, जहां इलाज चल रहा है. माहौल न बिगड़े इसलिए विधायक वोरा भी महिला का हाल जानने अस्पताल पहुंचे. डॉक्टरों का कहना है कि चार दिन से कुछ नहीं खाने और पति की मौत से दुखी होने के चलते उसकी तबीयत अधिक बिगड़ गई है.
पीड़ित परिवार 50 लाख रुपए मुआवजा, पत्नी को सरकारी नौकरी और BJP पार्षद पर कार्रवाई करने की मांग कर रहा है. भूख हड़ताल पर बैठे लोगों से कोई भी जिम्मेदार अधिकारी, नेता या मंत्री मिलने नहीं पहुंचे हैं.
मृतक सूरज के पिता माणिकचंद साहू, मां सरस्वती साहू, पत्नी ज्योति साहू और आप के जिला संयोजक डॉ. एसके अग्रवाल सहित कई लोग पटेल चौक में भूख हड़ताल पर बैठे हैं. इन सभी ने पिछले चार दिन से कुछ भी नहीं खाया. जिससे इनकी हालत काफी खराब हो गई है.
डॉ. साहू का कहना है कि उन्हें कमजोरी महसूस हो रही है और चक्कर आ रहे हैं. जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता है, वो यहां से उठने वाले नहीं है. उनका धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल चलता रहेगा. उनकी जान भी चली जाएगी तो वो पीछे नहीं हटेंगे.
12 सितंबर को AAP के जिला सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर मालिक चंद के बेटे 27 साल के सूरज साहू को आरोपी चंद्रकांत साहू, छोटू गुप्ता और गोपाल गुप्ता ने मिलकर बुरी तरह पीटा था. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 20 सितंबर को इलाज के दौरान मौत हो गई. परिजन ने BJP पार्षद चमेली साहू के परिवार पर हत्या का आरोप लगाया है. पुलिस मामले में नामजद सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.