सुकमा जिले में 5 साल की छात्रा से दुष्कर्म के विरोध में भाजपा के कार्यकार्ताओं ने आज सुकमा जिला बंद करवाया है. साथ ही पीड़िता के परिवार को ₹50 लाख मुआवजा देने की मांग की गई है. भाजपा के इस बंद का शहर से लेकर गांव तक असर देखने को मिलेगा. जिले की सारे व्यापारिक प्रतिष्ठानें बंद रहेंगी. हालांकि, मेडिकल स्टोर खुले रहेंगे.
एक दिन पहले ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर जिला बंद करवाने की सूचना दी थी. आज भाजपा के कार्यकर्ता सड़क पर उतरेंगे. इसके साथ ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा. भाजपा के जिला अध्यक्ष धानीराम बारसे ने कहा कि, मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जिसे जेल भी भेजा जा चुका है. लेकिन, कुछ और भी आरोपी हैं जिन्हें बचाया जा रहा है.
अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी और मासूम बच्ची के परिजनों को ₹50 लाख की मदद की मांग को लेकर ही आज जिला बंद का आह्वान किया गया है. भाजपा जिला अध्यक्ष का कहना है कि आबकारी मंत्री कवासी लखमा सुकमा जिले से ही हैं. यहां कोंटा विधानसभा सीट से MLA हैं. अब उन्हीं के क्षेत्र में स्थित एर्राबोर पोटाकेबिन में मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया है. लेकिन, वे शांत बैठे हैं. जब से प्रदेश में BJP की सरकार आई है तब से क्राइम भी बढ़े हैं.
मामला 22 जुलाई की रात का है. जैसे ही यह मामला उजागर हुआ पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए 8 सदस्यीय टीम का गठन किया था. फिर सायबर सेल की मदद से घटना वाली रात पोटाकेबिन के आस-पास मोबाइल लोकेशन को खंगाला गया. फिर एक-एक कर पुलिस ने करीब 50 लोगों को पकड़ा. जिनसे पूछताछ की गई. सभी को बच्ची के सामने लाकर खड़ा किया गया था. बच्ची ने इनमें से एक शख्स माड़वी हिड़मा उर्फ राजू (35) को पहचान लिया. जिसके बाद पुलिस ने भी आरोपी से पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल लिया था. जिसे कोर्ट में पेशकर जेल भेज दिया गया है. साथ ही आश्रम अधीक्षिका के खिलाफ भी FIR दर्ज कर ली गई है.
जानिए पूरी घटना
- शनिवार 22 जुलाई की रात पोटाकेबिन की सारी छात्राएं खाना खाने के बाद सोने चली गईं थीं. इसी बीच आधी रात को एक युवक किसी तरह से बालिकाओं के कमरे में घुस गया. यहां सो रही एक 5 साल की बच्ची के मुंह में हाथ रख उसे उठाकर ले गया था. फिर पोटाकेबिन के आस-पास ही किसी जगह पर उसके साथ दुष्कर्म किया. जब बच्ची चिल्लाने लगी और अन्य छात्राएं उठीं तो युवक भाग निकला. उसी रात इस बात की जानकारी अधीक्षिका को भी मिली थी.
- अगले दिन यानी रविवार 23 जुलाई को एर्राबोर गांव का साप्ताहिक बाजार लगा था. छात्रा के परिजन बाजार करने आए थे. दोपहर बाद वे छात्रा से मिलने के लिए पोटाकेबिन पहुंचे. वहीं छात्रा को घर लेकर चले गए थे. छात्रा काफी डरी हुई थी. उसी दिन उसकी तबीयत भी खराब होने लगी. परिजन उसे अस्पताल लेकर गए. जहां मेडिकल जांच में दुष्कर्म होने की बात पता चली. जब परिजनों ने छात्रा से पूछताछ की तो उसने परिजनों को सारी बातें बताई.
- सोमवार 24 जुलाई को परिजन पोटाकेबिन पहुंचे. अधीक्षिका सविता वर्मा को इस मामले के बारे में बताया और उनसे FIR करने दबाव बनाया गया. जिसके बाद अधीक्षिका एर्राबोर पुलिस थाना पहुंची और अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज करवाई. परिजनों ने अधीक्षिका पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है.