छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में शुक्रवार को छुई मिट्टी खदान धंसने से एक युवक की मौत हो गई, जबकि एक महिला की हालत गंभीर है. हादसा मिट्टी निकालने के दौरान हुआ है. सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची है. महिला को अंबिकापुर रेफर कर दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक, ओड़गी विकासखंड के लांजित निवासी 5 लोग शुक्रवार को गांव के बाहर छुई खदान से मिट्टी निकालने के लिए गए थे. खदान से मिट्टी निकालने के दौरान सुरंग जैसी बन गई थी. इसी में घुसकर ग्रामीणों ने मिट्टी निकाली और बाहर आने लगे.
तभी अचानक से खदान धंस गई. इसकी चपेट में आकर राजमन कुर्रे (30), सुमित्रा गुर्जर (28) पत्नी सुखेंद्र गुर्जर दब गए. खदान के ऊपरी हिस्से की मिट्टी के साथ पत्थर भी गिरने से सुरंग पूरी तरह बंद हो गई.
पता चलते ही पुलिस-प्रशासन की टीम के साथ ग्रामीण भी बड़ी संख्या में पहुंच गए. ग्रामीणों की मदद से सुमित्रा को बाहर निकाला गया और ओड़गी अस्पताल भेजा गया. वहीं रामजन को निकालने के लिए जेसीबी की मदद से लेनी पड़ी. हालांकि अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
ओड़गी स्वास्थ्य केंद्र में गंभीर चोट के कारण सुमित्रा गुर्जर को उपचार के लिए अंबिकापुर रेफर कर दिया गया है. उसके शरीर के बाएं हिस्से में गंभीर चोटें आई हैं. चिकित्सकों ने उसकी हालत गंभीर बताई है. हादसे में मृत राजमन कुर्रे के शव का पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है.
लांजित में जहां छुई मिट्टी निकाली जाती है, वहां करीब 15 फीट तक सुरंग बन गई है. इस सुरंग में घुसकर ग्रामीण छुई मिट्टी निकालते हैं. आज भी ग्रामीण छुई मिट्टी निकालने पहुंचे थे. बताया गया है कि क्षेत्र में 2 दिनों तक हुई जोरदार बारिश के कारण खदान गीली थी, जिसके कारण धंस गई.
घटनास्थल पर पहुंचे तहसीलदार सालिग राम गुप्ता के निर्देश पर असुरक्षित हो चुकी खदान को बंद करा दिया गया है. JCB से सुरंग को गिराया गया. ग्रामीणों ने बताया कि लांजित में आसपास के गांवों से भी लोग छुई मिट्टी लेने आते हैं. इसका उपयोग कच्चे घरों की पुताई के लिए किया जाता है.