मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंगलवार को स्वामी आत्मानंद कोचिंग का शुभारंभ किया. इंजीनियरिंग- मेडिकल के प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विद्यार्थी निशुल्क तैयारी कर सकेंगे. मुख्यमंत्री बघेल ने सुबह 11 बजे अपने निवास कार्यालय से मुख्यमंत्री ऑनलाइन योजना की शुरुआत की. इस योजना में ख्याति प्राप्त एलन करियर इंस्टिट्यूट ने CSR के तहत निशुल्क कोचिंग देने को सहमति दी है. संस्थान और स्कूल शिक्षा विभाग के बीच MOU पर हस्ताक्षर भी होगा.
प्रदेश के कक्षा दसवीं में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी और कक्षा 12वीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों को कोचिंग दी जाएगी. विद्यार्थी को संबंधित विकासखंड, शहर के शासकीय स्कूलों में कक्षा 12 वीं का नियमित विद्यार्थी होना अनिवार्य होगा. विकासखंड मुख्यालय की स्कूलों में कक्षा 12वीं में जीव विज्ञान और गणित संकाय में अध्ययनरत विद्यार्थी ही पात्र होंगे.
प्रत्येक कोचिंग सेंटर में 75 से 100 विद्यार्थियों का प्रवेश दिया जाना है. इसमें प्री-मेडिकल तथा प्री-इंजीनियरिंग के लिए अधिकतम 50-50 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा. प्रदेश के 146 विकासखंड मुख्यालयों और चार शहर रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा सहित 150 कोचिंग सेंटर के माध्यम से शिक्षा मिलेगी. यह सुविधा राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के माध्यम से प्रदान की जाएगी.