सुकमा जिले के ताड़मेटला एनकाउंटर मामले में CM भूपेश बघेल ने भी बयान दिया है. मुठभेड़ में मारे गए दोनों युवकों को CM ने नक्सली समर्थक बताया है. बीजापुर में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि, हमने पुलिस के अफसरों से भी इस मामले पर बातचीत की है. जवानों के साथ मुठभेड़ में जो दो लोग मारे गए हैं, वे नक्सली समर्थक थे.
वहीं इस मामले पर ग्रामीणों के आंदोलन करने वाले सवाल पर कहा कि, उस इलाके के लोगों की शिकायत मिली है. उनकी मांग के बाद हम इस एनकाउंटर की जांच करवा रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने सिलगेर और एडसमेटा के मामले पर भी मीडिया से बातचीत की. मुख्यमंत्री ने कहा कि, इन दोनों मामलों को लेकर आयोग का गठन किया गया था. इस पर कार्रवाई भी हो रही है.
सर्व आदिवासी समाज ने भी मुठभेड़ को फर्जी बताया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम ने कहा कि, हमें जानकारी मिली है कि पुलिस ने गांव के ही 2 युवकों को उठाया और उन्हें जंगल लेकर गए. जहां उन्हें गोली मार दी गई. मुठभेड़ की बात फर्जी है. उन्होंने कहा कि, इस मामले को लेकर एक सप्ताह के अंदर 7 से 8 सदस्यों की जांच कमेटी बनाकर गांव भेजा जाएगा. ये हमारी लड़ाई है, इसे हम खुद लड़ेंगे.
5 सितंबर को सुकमा जिले के ताड़मेटला के जंगल में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई थी. जिसमें जवानों ने दो नक्सलियों को मार गिराने का दावा किया था. पुलिस अफसरों ने बताया था कि, उनकी पहचान मिलिशिया कैडर रवा देवा एवं सोढ़ी कोसा के रूप में हुई थी. इन दोनों के ऊपर एक-एक लाख रुपए का इनाम भी घोषित था. ये दोनों नक्सली ताड़मेटला पंचायत के उप सरपंच माड़वी गंगा, शिक्षा दूत कवासी सुक्का और गांव पालीगुड़ा में अपने परिजनों से मिलकर वापस आ रहे मजदूर कोरसा कोसा की हत्या में शामिल थे.