छत्तीसगढ़ के गीदम-बीजापुर रोड़ में एमसीपी कार्रवाई के दौरान पुलिस ने तीन नक्सली सहयोगी को गिरफ्तार किया है. डीव्हीसीएम माड़ डिवीजन मिलिट्री कामांडर इन चीफ मल्लेश ने ₹2000-2000 के 100 नोट कुल ₹2 लाख देकर नई मोटर साइकिल एवं अन्य नक्सली सामग्री मंगवाया था. गिरफ्तार नक्सली सहयोगी बलराम तामो निवासी ताकीलोड, भैरमगढ़ पूर्व में भी नक्सल मामले में जेल जा चुका है. बता दें कि जब से 2000 के नोट बंद हुए हैं, तब से पुलिस लगातार नजर बनाए हुए है. नक्सली 2000 के नोट खपाने का प्रयास कर रहे हैं. इससे पहले भी बीजपुर में मामला उजागर हो चुका है.
दरअसल, छत्तीसगढ़ के नक्सल इलाके में नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में 9 जून को थाना प्रभारी गीदम को मुखबीर से सूचना प्राप्त हुई थी कि नक्सलियों द्वारा हर साल 28 जुलाई से 3 अगस्त तक मनाये जाने वाले शहीद सप्ताह के पहले नक्सली मल्लेश द्वारा उनके सहयोगी को दन्तेवाड़ा/ गीदम भेजा जाता है. इसमें एक नई मोटर साइकिल एवं अन्य आवश्यक सामान खरीदकर 10 जून को नक्सली मल्लेश तक पहुंचाने वाले हैं. उक्त सूचना की तस्दीक हेतु गीदम बीजापुर नेशनल हाइवे स्थित BRO चौक कारली के पास पुलिस पार्टी MCP लगाकर चेकिंग कार्रवाई कर रही थी. इसी दौरान गीदम-बीजापुर मुख्य सड़क मार्ग में गीदम की तरफ से एक काले रंग की बिना नम्बर की मोटर साइकिल में तीन व्यक्ति सफेद बोरे में सामान लेकर बीजापुर की ओर जा रहे थे. पुलिस पार्टी द्वारा रोकने पर मोटर साइकिल को तेज भगाने का प्रयास करने लगे जिन्हें पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ा.
पूछताछ करने पर तीनों व्यक्तियों ने अपना नाम विकेष उर्फ विक्की गोयल उम्र 40 वर्ष, बलराम तामो उम्र 35 वर्ष, सुमित दीक्षित उर्फ छोटू उम्र 35 वर्ष बताया. तीनों के कब्जे में रखे बिना नम्बर के मोटर साइकिल हीरो स्प्लेंडर में रखे सामानों की चेकिंग करने पर बोरे के अंदर विभिन्न नक्सल सामग्री बरामद हुआ. मौके पर तीनों संदिग्धों की तलाशी लिए जाने पर विक्की गोयल के पास एक सफेद झिल्ली के अंदर एक नग नक्सलियों का भेजा हुआ पत्र जिसमें सामान खरीदने के लिए ₹2 लाख भेजने सहित अन्य बातें लिखी गई है
उक्त पत्र में लपेटा हुआ ₹2000 के 50 नोट व शेष चिल्हर कुल रकम 1,00,860 नकद मिला. पूछताछ करने पर तीनों ने बताया कि नक्सली मल्लेश ने ₹2000-2000 के 100 नोट देकर नई बाइक तथा सामान मंगाया गया था. उक्त ₹2 लाख में से ₹94,500 से जय-विजय ऑटोमोबाइल शोरूम दन्तेवाड़ा से बाइक एवं ₹4640 से मल्लेश द्वारा मंगाये गये आवश्यक सामान खरीदकर मल्लेश के पास पहुंचाने के लिए ले जाना बताया. तथा बाकी पैसा ₹1,00,860 को विक्की गोयल द्वारा अपने पास रखना बताया. उपरोक्त तीनों आरोपितों के खिलाफ छत्तीसगढ़ जनसुरक्षा अधिनियम की धारा के तहत कार्रवाई करते हुए माननीय न्यायालय पेश किया गया जहां से तीनों आरोपितों को न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया है.