रेलवे और स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाओं के प्रोजेक्ट लॉन्च करने के लिए गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रायगढ़ पहुंचे थे. सरकारी कार्यक्रम और आम सभा को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री तो लौट चुके हैं, मगर इस कार्यक्रम के बाद अब सियासी माहौल गरमा गया है.
दरअसल, इस कार्यक्रम में प्रदेश सरकार की तरफ से उपमुख्यमंत्री TS सिंह देव मौजूद थे. मंच पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर दी. यह भी कह दिया कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ की राज्य की सरकार के साथ कोई भेदभाव नहीं करती.
अपने संबोधन में सिंहदेव ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि छत्तीसगढ़ की धरती पर प्रधानमंत्री जी की अगवानी करने का अवसर मिला. छत्तीसगढ़ में सर आपका बहुत-बहुत स्वागत है. केंद्र के माध्यम से ध्यान आकर्षित करके जो काम हो रहा है. हमारे संविधान के संघीय व्यवस्था में केंद्र के मार्गदर्शन में राज्य अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए सदैव काम करता रहा है.
और मैं यह कहने से भी नहीं चूकना चाहूंगा कि मेरे अनुभव में मैंने भेदभाव महसूस नहीं किया. राज्य से हम लोगों ने अगर काम किया और मांगा तो बतौर हक बतौर एक साथी केंद्र सरकार की ओर से कभी हाथ तंग नहीं रहे . (यह सुनते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों हाथ जोड़ लिए कार्यक्रम में मौजूद भीड़ भी तालियां बजती नजर आई)
अब चूंकि कांग्रेस हमेशा केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाती रही है. लिहाजा सांसद सरोज पांडे ने इसी मामले पर सिंहदेव के बयान को आधार बनाते हुए कांग्रेस को घेर डाला. आधिकारिक बयान और सोशल मीडिया ट्वीट पर सरोज पांडे ने कहा अब यहां सिंहदेव जी सच बोल रहे हैं या कांग्रेस के नेता झूठ बोलते हैं.
जिस मुखरता के साथ सिंहदेव ने इंडिया अलायंस के नेताओं को आइना दिखाया है जो लगातार कहते आ रहे हैं कि विपक्ष की सरकार जहां भी है वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सौतेला व्यवहार रहता है. भारतीय जनता पार्टी ने सिंहदेव का वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि कांग्रेस के नेता जो छत्तीसगढ़ में केंद्र सरकार को लेकर दुष्प्रचार करते थे वह प्रदेश की जनता से माफी कब मांगेंगे.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में लगभग 6,350 करोड़ रुपए की रेलवे परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं. उन्होंने छत्तीसगढ़ के 9 जिलों में 50 बिस्तरों वाले ‘क्रिटिकल केयर ब्लॉक’ की आधारशिला रखी और जांच की गई आबादी को 1 लाख सिकल सेल परामर्श कार्ड वितरित किए.
इन रेल परियोजनाओं में छत्तीसगढ़ पूर्व रेल परियोजना चरण-I, चंपा से जमगा के बीच तीसरी रेल लाइन, पेंद्रा रोड से अनूपपुर के बीच तीसरी रेल लाइन और तलाईपल्ली कोयला खदान को NTPC लारा सुपर थर्मल पावर स्टेशन से जोड़ने वाली MGR (मेरी-गो-राउंड) प्रणाली शामिल है.
प्रोजेक्ट्स का फायदा समझिए
- छत्तीसगढ़ पूर्व रेल परियोजना चरण-I, चंपा से जमगा के बीच तीसरी रेल लाइन, पेंड्रा रोड से अनूपपुर के बीच तीसरी रेल लाइन और तलाईपल्ली कोयला खदान को NTPC लारा सुपर थर्मल पावर स्टेशन से जोड़ने वाली MGR (मेरी-गो-राउंड) प्रणाली शामिल है.
- छत्तीसगढ़ पूर्व रेल परियोजना के चरण-I को महत्वाकांक्षी PM गति शक्ति-मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी के राष्ट्रीय मास्टर प्लान के अंतर्गत विकसित किया जा रहा है और इसमें खरसिया से धरमजयगढ़ तक 124.8 किलोमीटर की रेल लाइन शामिल है. इसमें गेर-पेलमा के लिए एक स्पर लाइन और छल, बरौद, दुर्गापुर और अन्य कोयला खदानों को जोड़ने वाली तीन फीडर लाइनें शामिल हैं.
- पेंड्रा रोड से अनूपपुर के बीच तीसरी रेल लाइन 50 किमी लंबी है और लगभग 516 करोड़ रुपए की लागत से बनाई गई है. चांपा और जामगा रेल खंड के बीच 98 किलोमीटर लंबी तीसरी लाइन लगभग 796 करोड़ रुपए की लागत से बनी है. नई रेल लाइनों से इस इलाके में कनेक्टिविटी बेहतर होगी और पर्यटन तथा रोजगार के अवसरों में बढ़ोत्तरी होगी.
- 65 किलोमीटर लंबी विद्युतीकरण MGR (मैरी-गो-राउंड) प्रणाली NTPC की तलाईपल्ली कोयला खदान से छत्तीसगढ़ में 1600 मेगावॉट के NTPC लारा सुपर थर्मल पावर स्टेशन तक कम लागत में उच्च श्रेणी का कोयला लाने का काम करेगी.
- कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के 9 जिलों में 50 बिस्तरों वाले ‘क्रिटिकल केयर ब्लॉक’ का शिलान्यास भी किया. प्रधानमंत्री-आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन (PM-ABHIM) के अंतर्गत दुर्ग, कोंडागांव, राजनांदगांव, गरियाबंद, जशपुर, सूरजपुर, सरगुजा, बस्तर और रायगढ़ जिलों में नौ क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनाए जाएंगे, जिनकी कुल लागत 210 करोड़ रुपए होगी.
- जनजातीय आबादी के बीच विशेष रूप से होने वाले सिकल सेल रोग से उपजी स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री ने जांची गई आबादी को एक लाख सिकल सेल परामर्श कार्ड वितरित किए. सिकल सेल परामर्श कार्ड का वितरण राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन (NSAEM) के अंतर्गत किया जा रहा है, जिसका शुभारंभ प्रधानमंत्री द्वारा जुलाई 2023 में मध्य प्रदेश के शहडोल में किया गया था.