भिलाई टाउनशिप क्षेत्र में मंगलवार सुबह 6 बजे के करीब सेक्टर-4 मार्केट के पास स्थित दो पानी की टंकी भरभराकर गिर गई. गनीमत ये रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ. मेंटनेंस ऑफिस के कुछ हिस्से को भी नुकसान पहुंचा है. घटना के बाद से मौके पर लोगों की भीड़ लगी है.
दोनों टंकी से सेक्टर 4 और सेक्टर 3 क्षेत्र में पानी सप्लाई की जाती थी. चश्मदीदों के मुताबिक पहले एक पानी टंकी गिरी और उसने दूसरी को भी चपेट में ले लिया. पलभर में 36 लाख लीटर पानी मलबे के साथ सड़क पर आ गया. दोनों टंकियों से 3000 घरों में पानी जाता था. दोनों टंकियों की कैपेसिटी 18 – 18 लाख लीटर थी.
पानी टंकी गिरने की सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक और मेयर मौके पर पहुंचे. उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया. देवेंद्र के मुताबिक BSP प्रबंधन को लगातार इसकी जानकारी देकर मरम्मत की मांग की गई थी. लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया. जब से BSP का प्राइवेटाइजेशन हो रहा है. BSP के अधिकारी अपनी सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी भूल गए हैं. कोशिश की जाएगी कि निगम प्रशासन, जिला प्रशासन और BSP के सहयोग से लोगों को पानी देने की व्यवस्था की जाए.
BSP की मान्यता प्राप्त यूनियन इंटक ने इस घटना के लिए BSP को जिम्मेदार बताया है. यूनियन के महासचिव वंश बहादुर सिंह का आरोप है कि हर मीटिंग में जर्जर पानी टंकी के बारे में BSP प्रबंधन को जानकारी दी गई. लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया. लोग अब पानी सप्लाई को लेकर चिंतित हैं.
BSP वासियों को आशंका है कि BSP क्षेत्र में कई डबल मंजिल मकान भी जर्जर हालत में हैं जो कभी भी गिर सकते हैं. BSP ने उन मकानों से बिजली कनेक्शन और पानी कनेक्शन हटाकर छोड़ दिया. अब उन घरों पर लोगों ने बेजा कब्जा कर लिया है. अधिकारी जानते हुए भी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. किसी दिन वहां भी हादसा हो सकता है. वासियों को आशंका है कि BSP क्षेत्र में कई डबल मंजिल मकान भी जर्जर हालत में हैं जो कभी भी गिर सकते हैं. BSP ने उन मकानों से बिजली कनेक्शन और पानी कनेक्शन हटाकर छोड़ दिया. अब उन घरों पर लोगों ने बेजा कब्जा कर लिया है. अधिकारी जानते हुए भी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. किसी दिन वहां भी हादसा हो सकता है.