कर्नाटक के बेलगावी जिले में जैन मुनि की हत्या के बाद छत्तीसगढ़ के बस्तर में भी बवाल शुरू हो गया है. यहां विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों ने जिहादी मानसिक का पुतला दहन किया है. विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों ने कहा कि, जैन समाज के मुनि पूरे देश में अहिंसा का पाठ पढ़ा रहे हैं, अब ऐसे मुनियों का जिहादी मानसिकता के लोग मर्डर कर रहे हैं. जैन मुनि को बेरहमी से मारकर उनके शव के कई टुकड़े कर फेंका गया था. उन्होंने आरोपियों को सूली पर चढ़ाने की मांग की है.
गुरुवार को बस्तर के संभागीय मुख्यालय जगदलपुर में विश्व हिंदू परिषद और दिगंबर जैन समाज के लोग इकट्ठा हुए. सभी ने पुतला दहन किया. विश्व हिंदू परिषद के जिला प्रचार प्रमुख रोहन कुमार ने कहा कि, विश्वभर को अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले पूज्य जैन आचार्य का अपहरण किया गया. फिर जिहादियों ने उनके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर फेंक दिए. यह हिंदू विरोधी नीतियों का ही परिणाम प्रतीत होता है. जैन मुनि पिछले 15 सालों से आनंद पर्वत पर प्रवास कर स्थानीय समाज की सेवा कर रहे थे.
कर्नाटक में जब से नई सरकार के मंत्रियों ने कभी गौ हत्या विरोधी तो कभी धर्मांतरण विरोधी कानूनों को हटाने की बात की है तब से राज्य में धर्म द्रोही और राष्ट्र विरोधी जैसे लोगों का कृत्य सामने आया है. आरोपियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए. इधर, बजरंगदल के प्रांत सुरक्षा प्रमुख कमलेश विश्वकर्मा ने मांग की है कि घटना पर कर्नाटक की कांग्रेस सरकार को हिंदू जैन समाज से मांफी मांगनी चाहिए. अपनी हिंदू द्रोही मानसिकता से बाहर आना चाहिए. ऐसे अपराधों पर रोक लगाना जरूरी है.