मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सरकार की तीसरी कैबिनेट बैठक बुधवार को होगी, जिसमें 3,100 में धान खरीदी की अनुमति दी जा सकती है. इसके साथ ही प्रदेश की 60 लाख विवाहित महिलाओं के लिए मासिक एक हजार रुपये वाली महतारी वंदन योजना, छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) गड़बड़ी की CBI जांच का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजे जाने पर भी चर्चा की जा सकती है. बैठक में PM आवास के साथ धान खरीदी की समय सीमा को बढ़ाने पर निर्णय लिया जा सकता है. इसके अतिरिक्त अयोध्या में श्रीराम के दर्शन के लिए रामलला दर्शन योजना के साथ राजिम में हर वर्ष लगने वाले मेले को फिर से ‘कुंभ’ का नाम देने पर भी विचार किया जा सकता है.
विष्णुदेव साय सरकार राजिम पुन्नी मेला को एक बार फिर ‘राजिम कुंभ’ मेला नाम देने की तैयारी में है. सूत्रों के अनुसार, राजिम धार्मिक सभा का नाम ‘राजिम कुंभ मेला’ बहाल कर सकती है. इसके लिए कैबिनेट की.
बैठक में फैसला लिया जा सकता है. आने वाली 22 फरवरी से 15 दिन तक राजिम में यह खास धार्मिक आयोजन किया जाएगा.
तीसरी कैबिनेट बैठक में पहली बार मुख्यमंत्री समेत सभी 12 मंत्री होंगे. 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री की शपथ के बाद 14 को पहली बैठक हुई थी. 18 लाख परिवारों के लिए आवास देने की योजना पर स्वीकृति मिली थी. 15 दिसंबर को दूसरी बैठक में अनुपूरक बजट के प्रस्ताव को पास किया गया था.
CM सोमवार को नए वर्ष के मौके पर मुख्यमंत्री साय जब मंत्रालय पहुंचे तब गुलदस्ता लेकर मिलने आए मंत्री-अफसरों से उन्होंने कहा कि नववर्ष की बधाई देने आने वाले उनसे गुलदस्ता लेकर नहीं मिलें. जब भी मुझसे भेंट करने आएं तो बड़े पुष्पगुच्छ (बुके) की अपेक्षा केवल एक पुष्प देकर मिलें. इस दौरान विभिन्न विभागों के सचिवों ने मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें नववर्ष की शुभकामनाएं दीं.
साय मुख्यमंत्री साय ने कहा कि मोदी की सभी गारंटी को पूरा करना हमारी प्राथमिकता है. 5 वर्षों में केंद्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन में जो प्रगति अपेक्षित रही है, उसका लाभ लोगों तक पहुंचाना है. PM आवास योजना से लेकर लोगों के लिए शुद्ध पेयजल तक मोदी की गारंटी जनता की जरूरतों से जुड़ी हैं.
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मीडिया से चर्चा में बताया कि अगले महीने यानी फरवरी से महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ मिलने लगेगा. बजट में भी इसके लिए प्रविधान रखा गया है. जितनी भी माताएं-बहनें हैं, उनका फॉर्म विधिवत रूप से फिर से भरवाया जाएगा.