
राजनांदगांव जिले में एक शख्स ने खुदकुशी कर ली है. परिजनों का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना की किस्त नहीं मिलने से पीड़ित महादेव यादव परेशान था. इस बीच करीब एक हफ्ते पहले महादेव ने जहर खा लिया था. जिसके बाद इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया है. उधर, नगर निगम ने इसके पीछे पारिवारिक वजह बताई है. कमिश्नर ने कहा कि, भुगतान से इसका कोई संबंध नहीं है. अफवाह फैलाई गई है.

कोरिन भाटा वॉर्ड नंबर-44 के रहने वाले महादेव की पत्नी और उसकी सास के नाम से प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुए थे. जिसका निर्माण महादेव खुद कुछ मजदूर लगाकर करवा रहा था. आरोप है कि इनमें से कुछ ही किश्त इसके परिजनों को मिले, बाकी के नहीं मिले थे. जिस वजह से महादेव कई बार पैसे स्वीकृत कराने के लिए दफ्तर के चक्कर लगा चुका था.
वहीं करीब महीने भर से आवास योजना के प्रभारी सहायक अभियंता के ऑफिस के चक्कर लगाने के बाद भी राशि का आवंटन नहीं हुआ. पैसे मिलने में देरी से परेशान होकर महादेव यादव ने जहर खा लिया.

इसके बाद गंभीर हालत में उसे पहले मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. मगर जब हालत नहीं सुधरी तो उसे रायपुर के एम्स में भी भर्ती किया गया था. जहां हफ्ते भर शनिवार शाम को इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया.
आवास स्वीकृत होने के बाद पीड़ित खुद अपने पैसे लगाकर और बाजार से कर्ज लेकर निर्माण कार्य कर रहा था. उसे उम्मीद थी की जल्द योजना की राशि भी उसे मिल जाएगी. लेकिन आरोप यह भी है कि, अधिकारियों ने राशि आवंटन कराने के लिए भी पैसे मांगे थे.
उधर, निगम कमिश्नर अभिषेक गुप्ता से जब बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि भुगतान से इसका कोई संबंध नहीं है. यह भ्रामक अफवाह फैलाई जा रही है, उन्होंने फैक्ट शीट जारी कर यह भी बताया कि महादेव यादव के नाम से कोई आवास स्वीकृत ही नहीं था.
पत्नी और सास के नाम से आवास स्वीकृत जिसकी राशि का भुगतान भी कर दिया गया है. आवास निर्माण कार्य के प्रगति अनुसार महादेव यादव की सास को दो किस्तों का भुगतान किया जा चुका था. 27/06/2023 तक 1,28,624/- राशि का भुगतान किया जा चुका है. वहीं उसकी पत्नी को ₹56,531 दिए जा चुके हैं.
भाजपा प्रदेश महामंत्री विजय शर्मा ने कहा कि, इसके लिए सिस्टम जिम्मेदार है. पीड़ित परिवार को तत्काल आवास उपलब्ध कराने की बीजेपी ने मांग की. इसके अलावा एक परिजन को सरकारी नौकरी और ₹50 लाख की आर्थिक सहायता देने की भी मांग की गई है. उन्होंने कहा कि, बीजेपी सरकार में आवास योजना तेज गति से बढ़ रही थी. लेकिन कांग्रेस सरकार ने गरीबों के आवास में रुकावट पैदा की है. अगर मांग नहीं मानी गई तो बीजेपी प्रदर्शन भी करेगी.