रायपुर, सोनाखान और कवर्धा के प्रमुख स्थलों में शूट किया जा चुका है। इसका टीजर सामने आ चुका है जिसे काफी पसंद किया जा रहा है। वीएफएक्स, एक्शन सींस के मामले में ये टीजर बिल्कुल मेन स्ट्रीम सिनेमा में तैयार होने वाली मुंबई फिल्माें की तरह ही है। इस फिल्म को साल 2023 के जुलाई- अगस्त महीने में रिलीज करने की तैयारी चल रही है।
विदेशों में भी रिलीज होने की चर्चा
आर्यपुत्र ने बताया कि ये फिल्म न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश के मल्टीप्लेक्स में रिलीज होगी। भारत के सभी करीब 900 स्क्रींस में इस फिल्म को दिखाया जाएगा। साथ ही अन्य देशों में 300 स्क्रींस में इस फिल्म को हम रिलीज करेंगे। इस फिल्म की मेकिंग को लेकर टीम ने सोनाखान में वीर नारायण सिंह के परिवार की आठवीं पीढ़ी से भी सहमति ली है।
बॉलीवुड के ये एक्टर्स आंएगे नजर
इस फिल्म में बॉलीवुड कलाकारों की बड़ी टीम नजर आने वाली हैं। इसमें जमींदार के रोल में रवि किशन नजर आएंगे। वीर नारायण सिंह के रोल में आर्यपुत्र के साथ लीड कैरेक्टर में एक्ट्रेस और सांसद नुसरत जहां, बजरंगी भाई जान, राजेश शर्मा काका का रोल निभा रहे हैं। शूल, समेत कई साउथ मूवीज में निगेटिव कैरेक्टर करने वाले सयाजी शिंदे, देव गिल, डेजी शाह इस फिल्म में नजर आएंगी। रजा मुराद और चंकी पांडे भी इस फिल्म का हिस्सा हैं। सुखविंदर सिंह कैलाश खेर और ममता शर्मा ने इस फिल्म के लिए सिंगिंग की है।
पहले बजट थी 5 करोड़
10 दिसंबर शहीद वीर नारायण सिंह का शहादत दिवस है। पहली बार प्रदेश के शहीद वीर नारायण सिंह पर बॉलीवुड फिल्म बन रही है। 20 करोड़ के मेगा बजट की इस फिल्म में बॉलीवुड के कई कलाकार नजर आएंगे। फिल्म के मेकर्स अमिताभ बच्चन से भी संपर्क में हैं। इस फिल्म के लिए अमिताभ बच्चन अपनी आवाज दे सकते हैं। इतिहासकारों का मानना है कि अंग्रेजों ने रायपुर शहर के जय स्तंभ चौक पर उन्हें मौत की सजा दी थी। छत्तीसगढ़ में आजादी की लड़ाई की चिंगारी को अपने लहू से ज्वाला बनाने वाले की कहानी अब दुनिया भर में मशहूर होगी।
इस फिल्म को रायपुर के प्रोड्यूसर और एक्टर आर्यपुत्र तैयार कर रहे हे। इस फिल्म में शहीद वीर नारायण सिंह का किरदार भी आर्यपुत्र निभा रहे हैं। फिल्म के कुछ हिस्सों को
फिल्म में लीड किरदार निभा रहे आर्यपुत्र ने बताया कि, हमने इस फिल्म को 4 से 5 करोड़ में पूरा करने की सोची थी। मगर जब हमने इतिहासकार रमेंद्र नाथ मिश्र से वीर नारायण सिंह की कहानी सुनी। उनके गांव सोनाखान गए। उनके आंंदोलनों को जाना तब लगा कि इस पर बड़े बजट की जरुरत है। अब 20 करोड़ के बजट से इस फिल्म को तैयार किया जा रहा है।