रायपुर- अहिंसा का संदेश देने दिल्ली से निकली पावापुरी अहिंसा रथयात्रा का रायपुर पहुंचने पर जैन समाज की ओर से भव्य स्वागत किया गया। रथ पर विराजमान जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की प्रतिमा की जैन समाज के लोगों द्वारा पूजा एवं आरती की गई। रायपुर में मंगलाष्टक पाठ, अभिषेक और शांतिधारा का अनुष्ठान संपन्न हुआ।
इस मौके पर जैन सॉफ्टवेयर फाउंडेशन के डायरेक्टर श्री सोहिल जैन ने बताया कि यह यात्रा राष्ट्रीय संत परम्पराचार्य श्री प्रज्ञसागर जी मुनिराज की प्रेरणा से निकाली गई है। इस यात्रा का संचालन भगवान महावीर निर्माण महोत्सव समिति, दिल्ली द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह यात्रा विश्व शांति और मानवता के प्रति भगवान महावीर के उपदेशों को प्रसारित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।
यात्रा का उद्देश्य
रथ यात्रा का मुख्य उद्देश्य विश्व शांति के लिए भगवान महावीर के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना है। यह रथ 4 जुलाई 2023 को दिल्ली से प्रस्थान किया था और तब से विभिन्न शहरों में अहिंसा और शांति का संदेश फैलाते हुए आगे बढ़ रहा है।
जैन समाज के प्रमुख सदस्य और गणमान्य की उपस्थित
इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे जिन्होंने इस पहल की सराहना की और इसे समाज में अहिंसा और शांति के प्रचार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि भगवान महावीर के उपदेश आज भी मानवता के लिए अत्यंत प्रासंगिक हैं और इस प्रकार की यात्राएँ समाज को उनके सिद्धांतों के प्रति जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
भगवान महावीर: शांति और अहिंसा के प्रतीक
भगवान महावीर को शांति, अहिंसा और धार्मिक सहिष्णुता का प्रतीक माना जाता है। उनकी शिक्षाएँ न केवल जैन धर्म के अनुयायियों के लिए बल्कि संपूर्ण मानवता के लिए प्रासंगिक हैं। भगवान महावीर का जीवन और उनके उपदेश आज भी लाखों लोगों के जीवन में प्रकाश फैला रहे हैं और उनके सिद्धांत मानवता के लिए सदैव प्रासंगिक रहेंगे। भगवान महावीर का प्रमुख उपदेश अहिंसा (अहिंसा परमोधर्म) है। उन्होंने सिखाया कि हर जीवात्मा का सम्मान करना चाहिए और किसी को भी हानि नहीं पहुंचानी चाहिए।
समाज में अहिंसा और शांति का संदेश
पावापुरी अहिंसा रथयात्रा का उद्देश्य केवल धार्मिक अनुष्ठानों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह यात्रा समाज में अहिंसा और शांति का संदेश फैलाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। भगवान महावीर के उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने और समाज को उनके सिद्धांतों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से निकली गई यह यात्रा विभिन्न शहरों में लोगों को प्रेरित कर रही है।
रायपुर से राजिम पहुंचेगी पावापुरी अहिंसा रथयात्रा
रायपुर से आगे भी यह यात्रा विभिन्न शहरों में अहिंसा और शांति का संदेश फैलाते हुए जाएगी। इसी कड़ी में रायपुर से राजिम पहुंचेगी पावापुरी अहिंसा रथयात्रा इस यात्रा के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। यात्रा के आयोजकों ने बताया कि विभिन्न शहरों में समाज के लोगों का सहयोग और समर्थन मिल रहा है, जो इस यात्रा की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
पावापुरी अहिंसा रथयात्रा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में अहिंसा और शांति के सिद्धांतों को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास भी है। इस यात्रा के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने और समाज को उनके सिद्धांतों के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।
रथयात्रा की सफलता और उसके उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए जैन समाज के सदस्यों ने अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। इस प्रकार की यात्राएँ समाज में शांति और सद्भावना के प्रसार के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और भगवान महावीर के उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने का एक प्रभावी माध्यम हैं।