खुड़िया पुलिस चौकी क्षेत्र के वनग्राम मंजूरहा के आश्रित गांव बिसौनी में बीती रात करीब तीन बजे गांव वालों के चिल्लाने की आवाज सुनी। हाथियों को देख पति-पत्नी हाथियों से जान बचाने भाग रहे थे। इस दौरान गर्भवती महिला रामकुमारी बैगा की साड़ी फस गई और वह गिरने से घायल हो गई। उसे सुबह एंबुलेंस की मदद से लोरमी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया जा रहा था।
बिजराकछार पहुंचते ही महिला ने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि मृतिका के गर्भ में 3 माह का बच्चा भी था। वहीं कई लोग घायल हुए हैं। गांव के बजरु बैगा ने बताया कि दस से अधिक की संख्या में हाथियों का दल गांव में आया हुआ है। इसकी सूचना उन्हें नहीं थी कि अचानक अन्य लोगों के चिल्लाने की आवाज सुनकर गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
वन विभाग ने दी सहायता राशि
घटना को लेकर अचानकमार टाइगर रिजर्व के बफर जोन के रेंजर किशोर साहू ने बताया कि हाथियों का दल एटीआर क्षेत्र में है, जिसे भगाने का काम जारी है। सूचना के अनुसार जान बचाकर भागने वाली महिला की मौत हो गई है और दो घायल हैं।
उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए लोरमी के सामुदायिक अस्पताल लाया जा रहा है। इसके साथ ही हांथियों के आतंक से 4-5 कच्चे मकान टूट गए है। फिलहाल मृतिका के परिवार वालों को तत्काल वन विभाग की तरह से सहायता राशि 25 हजार रुपए दिया गया है। अन्य सभी को शासन के नियमानुसार उचित मुआवजा राशि दी जाएगी।
ग्रामीणों को सतर्क रहने का दिया गया हिदायत
घटना को लेकर मृतिका के पति दुजराम बैगा ने बताया कि वह अपने गर्भवती पत्नी के साथ रात में कच्चे मकान में सो रहा था। अचानक बाहर से चिल्लाने की आवाज आई। बाहर देखा तो हाथी के आने की सूचना थी और अपनी जान बचाने भाग रहे थे। इस दौरान उनकी गर्भवती पत्नी गिर गई और गिरने से ही उनकी मौके पर मौत हो गई है। वनविभाग के अधिकारी ने बताया कि हाथियों के लोकेशन को ट्रेस किया जा रहा है। ग्रामीणों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है।